पीएम मोदी ने लाल किले से किया ‘नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन’ का ऐलान


नई दिल्ली, 15 अगस्त । स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले के प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन की शुरुआत की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि नेशनल डिजीटल हेल्थ मिशन नई क्रांति लेकर आएगा। सभी को हेल्थ आईडी कार्ड दी जाएगी। इस कार्ड से लोगों की परेशानी को दूर किया जा सकेगा। तकनीक का उपयोग करके इस कार्ड की मदद से लोगों के स्वास्थ्य संबंधी सभी जानकारी मौजूद होगी। अस्पताल में पर्ची बनाने से लेकर दवा लेने तक का काम इस कार्ड की मदद से दिक्कतें दूर हो जाएंगी। इस कार्ड में मरीजों के टेस्ट, दवा, रिपोर्ट सभी का ब्योरा होगा। उत्तम स्वास्थ्य के लिए वे सही फैसला कर पाएंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि ने देश स्वास्थ्य सेक्टर में तेजी से विकास कर रहा है। कोरोना कालखंड के शुरुआत में सिर्फ एक लैब था जो अब बढ़कर 1400 कर दिया गया। पहले टेस्ट की संख्या भी 300 के करीब थी जो अब बढ़कर 7 लाख से ज्यादा टेस्ट प्रतिदिन हो गया है। नए एम्स खोले गए हैं। पिछले पांच सालों में एमबीबीएस की सीटें 45 हजार से ज्यादा सीटों की बढोतरी की गई है। देश में 1.5 लाख वेलनेस सेंटर की कोरोना से निपटने में बड़ी भूमिका अदा की है।
कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन को हर घर तक पहुंचाने की रूप रेखा तैयार: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि देश के वैज्ञानिक कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन तैयार करने में जुटे हैं। मौजूदा समय में तीन वैक्सीन पर काम चल रहा है। तीनों वैक्सीन का काम अलग अलग चरणों में है। जैसी ही इनको वैज्ञानिको द्वारा हरी झंडी मिल जाएगी, वैसे ही इसके मास प्रोडक्शन का काम शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि वैक्सीन हर भारतीयों के पास कैसे पहुंचे उसकी रूप रेखा भी तैयार हो गई है।

योजना में क्या सुविधाएं मिलेंगी?

  • देश के हर व्यक्ति को एक हेल्थ कार्ड मिलेगा। इससे आपको डॉक्टरों और मेडिकल टेस्ट के तमाम पर्चों को सहेजने के झंझट से निजात मिलेगी।
  • पर्सनल हेल्थ रिकॉर्ड रहेगा। इससे किसी भी बीमारी का इलाज करते समय संबंधित डॉक्टर को आपकी हेल्थ हिस्ट्री पता इससे संबंधित ऐप पर चल सकेगी। इससे उसे आगे इलाज करने में आसानी होगी। अगर कोई दवा आपको नुकसान कर सकती है तो यह इस हेल्थ हिस्ट्री ही पता चल जाएगा।
  • डिजी डॉक्टर की सुविधा मिलेगी। यानी इसमें देशभर के निजी और सरकारी डॉक्टर खुद को रजिस्टर्ड करा सकेंगे।
  • टेलीमेडिसिन की सुविधा मिलेगी। यानी आप इस प्लेटफार्म पर रजिस्टर्ड किसी भी डॉक्टर से ऑनलाइन इलाज करवा सकेंगे।
  • ई-फार्मेसी की सुविधा मिलेगी। यानी आप इस कार्ड के जरिए ऑनलाइन दवाएं बुलावा सकेंगे।
  • इस योजना में कोई भी अपनी इच्छा से शामिल हो सकेगा। इसमें उसकी प्राइवेसी का विशेष ध्यान रखा जाएगा।
  • पैसा जमा करना हो, अस्पताल में पर्ची बनवाने की भागदौड़ हो, इन परेशानियों से निजात मिलेगी। यह सब एक डिजिटल कार्ड से संभव हो सकेगा।

इस योजना का उद्देश्य क्या है?

  • पूरे देश का एक डिजिटल हेल्थ सिस्टम बनाना इसका मुख्य उद्देश्य है। इससे हेल्थ डेटा को मैनज किया जा सकेगा।
  • हेल्थ डेटा मैनज करने से सरकार को स्वास्थ्य से जुड़ी योजनाएं बनाने और उन्हें लागू करने में मदद मिलेगी
  • सरकार ने एनडीएचएम के लिए 470 करोड़ रुपए के फंड को मंजूरी दी है।

डिजी डॉक्टर को क्या करना होगा?
देश के सभी डॉक्टरों को एनडीएचएम के ऐप पर रजिस्ट्रेशन कराने की छूट रहेगी। वे चाहें तो वे इस प्लेटफॉर्म पर अपना मोबाइल नंबर भी दे सकते हैं। उन्हें डिजिटल सिग्नेचर की सुविधा भी दी जाएगी। इसका इस्तेमाल वे मरीज को लिखे ऑनलाइन पर्चे पर कर सकते हैं।

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