वैक्सीन आने से ही खत्म नहीं होगा कोरोना, मिलने की भी गारंटी नहीं- WHO
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने एक बार फिर दोहराया है कि वैज्ञानिक कोरोना की एक वैक्सीन तलाश करने में कामयाब हो जाएंगे, इसकी कोई गारंटी नहीं है. WHO ने शुक्रवार को कहा कि वैक्सीन एक महत्वपूर्ण टूल होगा, लेकिन सिर्फ वैक्सीन मिल जाने से भी कोरोना खत्म नहीं होगा.
WHO के डायरेक्टर जनरल टेड्रोस एडहैनम घेब्रियेसुस ने कहा कि दुनिया भर के नेता और जनता को यह सीखना होगा कि वायरस को कैसे काबू करें. इसी हिसाब से जिंदगी में स्थाई बदलाव भी करने होंगे ताकि वायरस के मामलों को कम किया जा सके.
टेड्रोस एडहैनम घेब्रियेसुस ने कहा कि इतिहास गवाह है कि महामारी की वजह से इकोनॉमी और समाज में बदलाव होते रहे हैं. कोरोना महामारी से पहले हम जैसी स्थिति में थे, वैसी स्थिति में नहीं जा सकते.
WHO के मुताबिक, दुनिया में फिलहाल कोरोना वायरस की 30 वैक्सीन पर काम चल रहा है. लेकिन कोई एक वैक्सीन सुरक्षित और प्रभावी साबित हो, इसकी गारंटी नहीं है. हालांकि, चीन, रूस, अमेरिका सहित कई देशों का दावा है कि उनकी वैक्सीन के शुरुआती रिजल्ट अच्छे आए हैं.
कोरोना पर दुनियाभर में स्टडीज हुई हैं, लेकिन दिसंबर में मिले इस वायरस को अब भी वैज्ञानिक अच्छी तरह नहीं समझ पाए हैं कि कैसे यह शरीर पर अटैक करता है और कैसे लोग ठीक होने के बाद दोबारा संक्रमित नहीं होंगे? हालांकि, WHO का कहना है कि दुनियाभर के नेता वैक्सीन का इंतजार किए बिना ही कोरोना के मामलों को कम कर सकते हैं और बड़े पैमाने पर नए मामले सामने आने से रोक सकते हैं.
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