शिवराज सरकार की घोषणा कोरोना संक्रमण से बेसहारा हुए बच्चे और परिवार को 5000 रुपये पेंशन का फैसला
*कोरोना महामारी में कई परिवारों को तोड़ कर रख दिया है. कई परिवार ऐसे हैं जिनके बुढ़ापे की लाठी के सहारे छिन गए हैं*
*कुछ परिवार ऐसे हैं जिनमें मासूम बच्चे बच्चों के सिर से अपने पालक अपने पिता अभिभावक का साया उठ गया है*
*ऐसे बच्चों के सामने अब जीवन यापन की समस्या उठ गई है और इसलिए हमने फैसला किया है*
*ऐसे बच्चे जिनके परिवार से पिता, अभिभावक का साया उठ गया, घर में कोई कमाने वाला नहीं है, ऐसे परिवारों को 5000 प्रति माह पेंशन दी जाएगी*
ताकि बच्चों को जीवन यापन के लिए परेशान ना होना पड़े *ऐसे सभी बच्चों के शिक्षा का निशुल्क प्रबंध किया जाएगा* ताकि वह अपनी पढ़ाई लिखाई जारी रख सकें
*पात्रता ना होने के बावजूद भी ऐसे परिवार को फ्री राशन दिया जाएगा*
ताकि भोजन का इंतजाम हो सके पर अगर इन परिवार में कोई सदस्य ऐसा है या पति नहीं रहे तो
*हमारी बहन कोई ऐसी है जो काम धंधा करना चाहे तो उनको सरकार की गारंटी पर बिना ब्याज का ऋण काम धंधे के लिए उपलब्ध करवाया जाएगा*
ताकि फिर से वह अपना काम धंधा जीवन यापन के लिए प्रारंभ कर सके.
ऐसे *दुखी परिवारों को हम बेसहारा नहीं छोड़ सकते,*
*उनका सहारा हम हैं प्रदेश की सरकार है*
*ऐसे बच्चों को भी चिंता करने की जरूरत नहीं है, वो प्रदेश के बच्चे हैं, प्रदेश उनकी देखभाल करेगा, प्रदेश उनकी चिंता करेगा,*
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